इन दिनों झारखंड में चल रही ईडी की कार्रवाई से पक्ष हो या विपक्ष हो सब जरा झुंझलाए से दिख रहे हैं। इधर निर्दलीय विधायक सरयू राय ने गुरुवार को दो ट्वीट किया है।
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा है कि यदि झारखंड सरकार 21 मई, 2022 तक मेनहर्ट घोटाला में दोष सिद्ध अभियुक्तों के विरूद्ध मुक़दमा चलाने की ठोस कारवाई नहीं करती है तो वे सरकार को बाध्य करने के लिये न्यायालय की शरण लेंगे।
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय और सामाजिक कार्यकर्ता बलराम, झारखंड सरकार के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग की सचिव अराधना पटनायक से मिले। उन्हें राशन दुकानों से उपलबध कराये जा रहे फोर्टिफाईड चावल के बारे में आ
झारखंड में गहराते बिजली संकट के बीच हेमंत सोरेन सरकार चौतरफा आलोचना का सामना कर रही है। बिजली कटौती और लोड शेडिंग की वजह से हलकान जनता तो परेशान है ही, अब जनप्रतिनिधियों ने भी तीखे सवाल पूछना शुरू कर दिया है। अब वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने ह
बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर आरोपों की बरसात कर रहे वरिष्ठ विधायक सरयू राय ने ट्वीट के जरिये बताया कि उन्हें प्रदेश के कई जिलों से व्हाट्सएप और फोन के जरिये स्वास्थ्यकर्मियों की शिकायत और फरियाद मिल रही है। सरयू राय ने सिलसिलेवार ढंग
जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक और झारखंड के दिग्गज नेता सरयू राय ने एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर स्वास्थ्य मंत्री पर कार्रवाई करने की मांग की। सरयू राय ने मुख्य
वरिष्ठ विधायक सरयू राय ने पेयजल, स्वच्छता एवं जल संसाधन विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान कहा कि पेजयल को लेकर नदियां एक बड़ा स्त्रोत है। हालांकि, राज्य में नदियों का क्या हाल है ये बात किसी से छुपी नहीं है। शहरों ने नदियों को सिकोड़ दिया है। सरयू रा
पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय जल सत्याग्रह पर बैठ गये हैं। गौरतलब है कि पूर्वी विधानसभा में पेयजल आपूर्ति मामले में जुस्कों द्वारा की गई वादाखिलाफी के खिलाफ पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत सत्याग्रह कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक जुस्को ने
निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि कई मामलों में उनको आश्वासन तो दिया गया लेकिन उस बात पर अमल नहीं किया गया।
निर्दलीय विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने कहा कि झारखंड दोहरे शासन का शिकार है। उन्होंने कहा कि झारखंड में 23.5 जिलों में सरकार काम कर रही है और आधे जिले में दोहरा शासन चल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य सरकार का नियंत्रण आधे जिले में नहीं
निर्दलीय विधायक सरयू राय अक्सर अपनी बातों को बेबाक तरीके से सबके सामने रखते हैं। गुरुवार को उन्होंने एक -एक ट्वीट किया जिसके बाद से सनसनी फैल गयी है। उन्होंने सीधे तौर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को निशाने पर लिया है
पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने अनुबंध कर्मियों की मांग को उठाया है। सरयू राय ने अनुबंध कर्मियों की मांग उठाते हुए झामुमो को चुनावी वादा भी याद दिलाया है। बता दें कि बीते काफी दिनों से अनुबंधकर्मी वेतन की मांग को लेकर सांकेतिक आंदोलन